Sunday, April 26, 2020

Nutrilite Salmon Omega 3

Nutrilite Salmon Omega 3
यह व्यापक रूप से माना जाता है कि देश या समुदाय जो अपने आहार में मछली सेवन करतें हैं, अधिक बुद्धिमान होते हैं।
शोधकर्ताओं ने साबित किया है कि कुछ पोषक तत्व जो मस्तिष्क के विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं, मछली के तेल में बहुत ज्यादा मात्रा में पाए जाते हैं। फैटी एसिड डोकोसा हैक्साइनोइक एसिड (DHA) मस्तिष्क में बड़ी मात्रा में होता है परन्तु मानव शरीर इस फैटी एसिड को उस मात्रा में नहीं उत्पन्न कर पाता, जितनी मस्तिष्क को आवश्यकता होती है।
यह प्रमुख रूप से मछली तेल में पाया जाता है, और आहार द्वारा शरीर की कमी को पूरा करता है| मैकरल (Meckerel), सार्डीन (sardine), सालमन(Salmon), और एनचोवी (Anchovy) मछलियों में DHA पर्याप्त मात्रा में होता है| Ecosa Pentaenoic Acid (EPA) और डोकोसा हैक्साइनोइक एसिड में समृद्ध है और यह पोली अन्सेच्युरेटिड फैटी एसिड बहुत महत्वपूर्ण है| ऐसा माना जाता है कि EPA और DHA आहार में लेने से आंखों की रोशनी बढ़ाने और त्वचा सम्बन्धी समस्याओं से बचाव में भी मददगार होता है। DHA Arthritis में होने वाली दर्द को भी कम करता है।


हृदय की सुरक्षा के लिए ओमेगा ३-
न्यू ओर्लीयंस, ब्रीघम और महिला अस्पताल में वार्षिक अमेरिकन हार्ट असोसिएशन की बैठक में चिकित्सकों ने कहा – कि ओमेगा 3 फैटी एसिड जो कि सालमन, मैकरल, एनचोवी और सार्डीन्स नामक मछलियों में पाया जाता है, वह ऊतकों और धमनियों में प्रवेश कर हृदय की रक्षा करता है। उन्होंने कहा कि इनके समुचित सेवन से अचानक हृदय गति रुकने से मरने की संभावना आधी हो जाती है यह निष्कर्ष 22000 पुरूष चिकित्सकों पर 12 साल के शोध पर आधारित है, पाया गया कि जो लोग उचित मात्रा में Fish oil लेते हैं, उनकी हृदय सम्बन्धी समस्याएं 50 प्रतिशत कम होती हैं
ओमेगा 3 हृदय गति को बढ़ाकर रक्त के थक्के जमने से बचाता है और हृदय धमनियों में प्लाक बनने से रोकता है।
रक्तचाप को नियमित रखने में ओमेगा ३ लाभप्रद-
उच्च रक्तचाप वाले लोगों में ओमेगा -3 पोलीअनसैचुरेटिड युक्त आहार लेने से ब्लड प्रेशर में नियमितता पायी गयी। जॅान हॅापकिन्स मेडिकल स्कूल USA के चिकित्सकों के अनुसार मछली का तेल हर रोज लेने से उच्चरक्तचाप में लगभग सिस्टॅालिक प्रेशर 5.5mm Hg. और डायस्टॉलिक प्रेशर में लगभग 3.5mm Hg. की गिरावट पायी गयी।
शोधकर्ताओं ने यह भी पता लगाया है कि ओमेगा 3 फैटी एसिड आंखों एवं मस्तिष्क के विकास के कारण होता है।
हृदय और मस्तिष्क के स्वास्थ्य लिये Fish Oil :-
शोध से पता चला है कि तेल समृद्ध मछलियां हृदय रोग से होने वाली मृत्यु को रोकने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है, स्वास्थ्य विशेषज्ञों का सुझाव है कि भोजन ओमेगा-3 पोलीअनसेचुरेटीड फैटी एसिड समृद्ध होनी चाहिए।
अनुसंधान इंगित करता है, कि इससे हार्ट अटैक का खतरा कम होता है,क्योंकि रक्त वसा तथा रक्त के थक्के जमना कम होता है।
अनुसंधान में पाया गया है कि मस्तिष्क और रेटिना के विकास के लिए ओमेगा-3 अतिआवश्यक है एवं Arthritis में भी fish oil सहायक होता है।
स्रोत :- ब्रिटिश न्यूट्रीशन फाऊंडेशन कॉन्फ्रेंस, 1 दिसम्बर, 1999
Omega 3 सेवन से आप बुद्धिमान बन सकते हैं :
ऐसा आहार जो ओमेगा–3 वसीय अम्ल से भरपूर हो का सेवन करने से शोधकर्ताओं का कहना है कि यह बुद्धि में सुधार कर सकती है।
Omega -3 जिसे“Good Fat” कहा जाता है क्योंकि यह मस्तिष्क की मरम्मत और कोशिकाओं के पुनर्निर्माण में मदद करता है।
आज कल हम ओमेगा-3 तेलों युक्त बहुत कम भोजन खाते हैं, दिमाग को खुश रखने के लिए और सही तरह से चलाने के लिए ओमेगा-3 युक्त भोजन खाने की जरूरत होती है।
·(मांसपेशियों के निर्माण में लाभकारी)
·(स्वस्थ हड्डियों और दांतों के लिए)
·(स्वस्थ कोशिकाओं के लिए)
·(स्वस्थ हृदय एवं धमनियों के लिए)
·(सुंदर त्वचा और रोग प्रतिरोधी क्षमता के लिए)
Fish oil का सेवन बौद्धिक गिरावट को कम कर सकता है :-
एक अध्ययन में पाया गया कि fish oil का सेवन मध्य आयु में मस्तिष्क के कार्य प्रणाली में अहम भूमिका निभा सकता है| हैल्थ स्काउट (Health Scout) पत्रिका में एक रिपोर्ट के अनुसार नीदरलैंड में 1613 पुरूष एवं महिलाएं, जिनकी आयु 45 से 70 वर्ष के बीच थी, के अध्ययन में पाया गया जिस प्रकार की वसा को आहार में लिया जाता है उसका प्रभाव मनुष्य के मानसिक स्वास्थ्य, शारीरिक लचीलेपन, गति और समग्र कार्य पर पड़ता है|
यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर युट्रेक्ट के शोधकर्ताओं ने पाया कि जो ओमेगा-3 युक्त आहार लेते हैं, और वसा युक्त मछली का सेवन करते हैं उनमें दुर्बल मस्तिष्क होने का खतरा कम होता है।
आज से हमेशा के लिए चुनिए-
*नियमित व्यायाम
*सकारात्मक सोच
*पर्याप्त विश्राम
*संतुलित पोषण
अच्छे दिल एवं बेहतरीन शारीरिक स्वास्थ्य की शुभकामनाएं,...keep ur self healthy with Nutrilite Salmon Omega 3


No comments:

Post a Comment